जाने क्यों मनाई जाती है दिवाली? भारतीय त्योहारों का एक विशेष महत्व है, जिसमें सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व होता है। इनमें से एक महत्वपूर्ण त्योहार है दीपावली, जिसे हम अक्टूबर और नवम्बर के बीच मनाते हैं। दीपावली को लोकप्रियता से ‘दीवाली’ भी कहा जाता है और यह हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। इसे सम्पूर्ण भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
दीपावली का अर्थ ‘दीपों की पंक्ति’ से आता है, जिसे रोशनी और प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। इसे भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाने के रूप में भी मनाया जाता है। दीपावली के महत्व की अनेक कहानियाँ हैं, जो हमें इस त्योहार के महत्व को समझाती हैं।

1. श्रीराम की वापसी: Diwali 2023
दीपावली का महत्व सबसे ज्यादा भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। भगवान श्रीराम ने अपने 14 वर्षीय वनवास के बाद अयोध्या लौटते समय लंका के राजा रावण को मारकर अपनी वापसी की खुशी में लोग दीपों से जगमगाते हैं।
2. गणेश और कुबेर की कहानी: Happy diwali
दीपावली के दिन भगवान गणेश और कुबेर की पूजा की जाती है। कहाने की मान्यता है कि भगवान गणेश का अगरला दीपावली के दिन लगाया गया तो वह समृद्धि और संपत्ति की वर्षा करता है।
3. देवी लक्ष्मी की कथा: diwali rangoli
दीपावली के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जिन्हें धन और संपत्ति की देवी माना जाता है। उनकी कथा के अनुसार, उन्होंने असुर बलि की पत्नी वमनी को उसके पति की प्रतिष्ठा और धन की वृद्धि के लिए संजीवनी व्रत दिया था। इसलिए दीपावली पर लोग दीपों से अपने घरों को रोशन करते हैं और देवी लक्ष्मी की कृपा की प्रार्थना करते हैं।

4. कृष्ण और नरकासुर की कथा: diwali wishes
दीपावली के एक और महत्वपूर्ण किस्से में भगवान कृष्ण और नरकासुर की कथा है। नरकासुर एक राक्षस राजा था जो अत्याचारी था। भगवान कृष्ण ने उसको मारकर महिलाओं की रक्षा की और दीपावली का त्योहार मनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया।
इस तरह, दीपावली के विभिन्न कथाएँ हमें यह सिखाती हैं कि यह त्योहार ज्ञान, धन, समृद्धि, और समृद्धि का प्रतीक है। इस दीपावली, हमें नए उत्साह और उत्साह के साथ इन कहानियों को याद करना चाहिए और अपने जीवन में उज्ज्वलता और समृद्धि की ओर बढ़ना चाहिए। इसी भावना के साथ, हम सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!