Kartik-Muskan Sad Love Story, वो था एक आवारा लड़का, नाम था कार्तिक। उसका जीने का तरीका अलग था, उसे ज़िंदगी की हकीकत से ज़्यादा अपनी कल्पनाओं में खोना पसंद था। उसे प्यार की ख़्वाहिश थी, जिसे वह अपने ख़ाली पल्लों में सजाने का इंतज़ार कर रहा था।
एक दिन, जब वह उदास और तनहा था, उसकी आँखों में एक लड़की की छवि पड़ी। वह थी सिया, एक मस्तिष्कशिल्पी और मुस्कानदार लड़की। उसकी मुस्कान उसके दिल की घावों को भरने की क्षमता रखती थी।
कार्तिक और सिया की ये मुलाक़ात एक अजनबी से दोस्ती की तरह शुरू हुई। दिन बितते गए और वे एक-दूसरे को अधिक जानने लगे। उनकी बातों में एक विशेष जुड़ाव था, एक अनकही कहानी जो उन्होंने अपने दिल में छिपाई थी।
प्यार के चर्चित होने लगे, लेकिन बाधाएं भी बढ़ रहीं। कार्तिक का जीवन उलझनों से भरा था और सिया की ज़िंदगी अनुशासनपूर्ण और नियमित थी। उनके बीच इंसानी संबंधों की विरासत में आई अलगाववाद और समझौता था।
अब एक बार यह फैसला लेना था, कि क्या प्यार को रोका जाए या उसे स्वीकारा जाए। कार्तिक के दिल में एक अनिश्चितता का डर था, जबकि सिया के दिल में एक उम्मीद का प्यार था।
एक दिन, कार्तिक ने निर्णय लिया। वह सिया के सामने आया और कहा – “सिया, मैं तुम्हें अपने दिल की बातें बताना चाहता हूँ। मेरे दिल में तुम्हारे लिए प्यार है, जो अस्थायी और आवाज़ों के पार है। क्या तुम मेरे साथ इस उलझन की दुनिया में चलने को तैयार हो?”
सिया ने उसे गम्भीरता से देखा और कहा – “कार्तिक, मेरे दिल में तुम्हारे लिए भी प्यार है, लेकिन हमारे बीच की दूरीयाँ बढ़ रही हैं। हम दोनों अलग दुनियों के हैं, जहाँ सच्चा प्यार भी दरकिनार हो जाता है।”
कार्तिक ने निराशा से भरी आँखों से सिया को देखा और कहा – “सिया, हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं, यह तो सच है। लेकिन मेरे जीवन में इससे अधिक आवश्यकताएं हैं, जो हम पूरी नहीं कर सकते। हमें अलग होना होगा, ताकि हम अपने असली स्वभाव को प्रकट कर सकें।”
उस दिन से प्यार की कहानी टूट गई, कार्तिक और सिया अपने अलग रास्तों पर चले। दिल के दर्द से उन्होंने एक दूसरे की यादों को छोड़ा, पर उनके बीच की ख़्वाहिश हमेशा बाकी रही। वे अब एक दूसरे की ख़ता में रह गए, लेकिन उनकी दुनियाँ में सच्चा प्यार हमेशा कायम रहा।
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Hello Dosto Mera Naam Shubham Hai, Main Kahani Likhata Hu Main Hindi Maine Kakhani Ke Maadiyam Se Prem or Bhavanao Ko Milata Hu, Maine Apne Career Main Bhuut Se Lekhako Se mila or maine unko jaana ki vo kaise kahaniyo main apne aap ko dhaal lete hai tab kahaniyaa likhte hai aise hi kuch main bhi karta hu or main kuch kahani apni biti per bhi likhta hu or jo main dekhta hu vo bhi main sochta hu ki aapke paass kahani Ke maadiyam se pahucha saku.