sawan somvar vrat in hindi, सावन सोमवार व्रत विधि

sawan somvar vrat in hindi, सावन मास का सोमवार बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है और इस दिन भगवान शिव की अराधना करने के लिए व्रत रखने की विधि अत्यंत प्रमुख होती है।

सावन सोमवार के व्रत का पालन करने से मान्यता है कि भगवान शिव विशेष रूप से अपनी कृपा और आशीर्वाद देते हैं। यह व्रत विशेष रूप से हिन्दू धर्म में मान्यता प्राप्त है। आइए, जानते हैं सावन सोमवार के व्रत की विधि के बारे में:

vrat katha in hindi

sawan somvar vrat in hindi
  • पूर्व संध्या काल में स्नान करें: सावन सोमवार के व्रत की शुरुआत पूर्व संध्या काल में होती है। इसलिए, सुबह उठकर शुद्ध भाव में स्नान करें। इससे शरीर की शुद्धि होगी और मन शांत होगा।
  • मंदिर जाएं: स्नान के बाद मंदिर जाएं और भगवान शिव की मूर्ति के सामने बैठें। यदि घर में शिवलिंग नहीं है, तो किसी पवित्र स्थान पर एक शिवलिंग रखें।
  • शुद्धि और संकल्प: मंदिर में जाकर शुद्धि करें और अपने व्रत का संकल्प लें। व्रत के संकल्प में अपने अनुष्ठान की संकल्प करें और भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद की प्रार्थना करें। इसके लिए एक तांबे के कटोरे में गंगाजल लेकर पवित्र धूप, दीपक और फूलों से अर्चना करें।
  • शिव चालीसा का पाठ करें: अपने व्रत के दौरान शिव चालीसा का पाठ करें। इससे भगवान शिव को प्रसन्नता मिलती है और आपके व्रत की महिमा बढ़ती है।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें: सावन सोमवार के व्रत के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। यह मंत्र भगवान शिव की कृपा को प्राप्त करने के लिए बहुत शक्तिशाली होता है।
  • शिवरात्रि व्रत का पालन करें: सावन सोमवार के व्रत के दिन भगवान शिव के व्रत की विधि के अनुसार एक महान व्रत होता है। इसके दौरान अन्न का अभिषेक करें और पूरे दिन व्रत के नियमों का पालन करें। इसके बाद, शाम को दूध, बेल पत्र, धातू, धूप, दीपक, फल और मिठाई से भगवान को प्रसाद चढ़ाएं।
  • माला धारण करें: सावन सोमवार के व्रत के दौरान एक माला धारण करें और उसे प्रतिदिन मंत्रों के
  • जाप के दौरान प्रयोग करें। यह माला आपके मन को स्थिर और ध्यानित रखेगी और भगवान शिव की अराधना में आपकी सहायता करेगी।
  • व्रत के दौरान उपवास करें: सावन सोमवार के व्रत के दिन उपवास करें। यह मान्यता है कि उपवास से आप अपने मन, शरीर और आत्मा को पवित्र करते हैं और भगवान की कृपा को प्राप्त करते हैं। उपवास के दौरान दूध, फल और व्रत के नियमों के अनुसार अन्न का प्रसाद लें।
  • व्रत के दौरान उपवास करें: सावन सोमवार के व्रत के दिन उपवास करें। यह मान्यता है कि उपवास से आप अपने मन, शरीर और आत्मा को पवित्र करते हैं और भगवान की कृपा को प्राप्त करते हैं। उपवास के दौरान दूध, फल और व्रत के नियमों के अनुसार अन्न का प्रसाद लें।
  • भक्ति भाव से पूजा करें: सावन सोमवार के व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा भक्ति भाव से करें। अपने मन, वचन और कर्म से शिव की आराधना करें और उनसे अपनी मनोकामनाएं मांगें।
  • भक्ति भाव से पूजा करें: सावन सोमवार के व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा भक्ति भाव से करें। अपने मन, वचन और कर्म से शिव की आराधना करें और उनसे अपनी मनोकामनाएं मांगें।
  • व्रत के अंत में पूजा समाप्त करें: सावन सोमवार के व्रत के अंत में पूजा को समाप्त करें। इसके बाद भगवान की कृपा और आशीर्वाद की प्रार्थना करें और प्रसाद चढ़ाएं।

somvar vrat vidhi

इस तरह सावन सोमवार के व्रत की विधि का पालन करके आप भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान दें कि व्रत की विधि का पालन करते समय स्वयं को शुद्ध रखें, नियमित जाप और पूजा करें, एकांत में ध्यान करें और सत्संग में भाग लें। इस व्रत के माध्यम से आप अपने मन को शुद्ध और स्थिर बना सकते हैं और भगवान शिव के आसन्नान आस्थान प्राप्त कर सकते हैं। सावन सोमवार के व्रत को नियमित रूप से आपार्य करें और अपने धार्मिक अनुष्ठान के माध्यम से अपनी आध्यात्मिक उन्नति को साधारित करें।

यह व्रत करने का लाभ मान्यता प्राप्त है कि इससे मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, धन, संतान और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है और व्यक्ति को शिव भक्ति में उत्साह मिलता है। इसलिए, सावन सोमवार के व्रत को ध्यानपूर्वक और अपनी श्रद्धा के साथ अपने जीवन में शामिल करें और भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद का आनंद उठाएं।

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