साक्षी और राजा एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। साक्षी एक सुंदर और होशियार लड़की थी जिसे पढ़ाई में रुचि नहीं थी। राजा एक शर्मीला लेकिन मेहनती लड़का था। एक दिन क्लास में साक्षी की नज़र राजा पर पड़ी और उसे लगा कि राजा काफ़ी अलग है। उसने राजा से दोस्ती करने का फैसला किया।
शुरुआत में तो राजा थोड़ा संकोच करता था लेकिन धीरे-धीरे वो साक्षी की बातों में खोने लगा। दोनों कई घंटे एक साथ बिताने लगे। एक दिन साक्षी ने राजा को अपनी दिल की बात बता दी। राजा भी उतना ही मोहित हुआ। फिर उन्होंने एक-दूसरे के साथ अपना जीवन बिताने का निर्णय लिया।Success Love Story
आज दोनों की शादी हो चुकी है और वे खुशहाल जीवन बिता रहे हैं। यह एक पहेली सी लड़की और एक साधारण लड़के की प्यार की कहानी है।
साक्षी और राजा की शादी के कुछ साल बाद दोनों को एक बेटी हुई। वे उसका नाम आशा रखा। साक्षी ने अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि वो पूरा ध्यान आशा को दे सके।
आशा के 5 साल की उम्र में राजा को नौकरी के सिलसिले में दूसरे शहर जाना पड़ा। साक्षी अकेले आशा का पालन-पोषण करने लगी।
कुछ साल बाद राजा वापस आ गया और उसने अपना खुद का व्यापार शुरू किया। उनकी कड़ी मेहनत से व्यापार फला-फूला। आज आशा बड़ी हो चुकी है और कॉलेज में पढ़ रही है। साक्षी और राजा उसका पूरा ख़्याल रखते हैं और उसके सपनों को पूरा करने में मदद कर रहे हैं।
आशा अब कॉलेज में आखिरी साल में थी और उसे एक अच्छा जॉब मिल गया था। राजा और साक्षी उसके भविष्य को लेकर बहुत उत्साहित थे। एक दिन कॉलेज में आशा की मुलाकात रवि से हुई। रवि एक सक्षम और ईमानदार लड़का था जिसने आशा को बहुत प्रभावित किया।
धीरे-धीरे दोनों को एक-दूसरे की कंपनी पसंद आने लगी। उन्होंने अपने परिवारों को अपने रिश्ते के बारे में बताया जिसे सभी ने स्वीकार कर लिया। आज आशा और रवि की शादी हो चुकी है और वे दोनों अपने करियर में सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। राजा और साक्षी दोनों के लिए गर्व का विषय हैं।
आशा और रवि की शादी को अब 5 साल हो चुके थे। दोनों कड़ी मेहनत से अपने करियर में तरक्की कर रहे थे। रवि एक सॉफ्टवेयर कंपनी में मैनेजर बन गया था और आशा एक प्रसिद्ध अस्पताल में डॉक्टर थी।Success Love Story
साक्षी-राजा और आशा-रवि की यह कहानी हमें दिखाती है कि परिवार का सहयोग और प्यार से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। उनका परिवार हमेशा एकजुट रहा और एक-दूसरे का साथ दिया। यही उनकी सफलता की कुंजी रही।
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Hello Dosto Mera Naam Shubham Hai, Main Kahani Likhata Hu Main Hindi Maine Kakhani Ke Maadiyam Se Prem or Bhavanao Ko Milata Hu, Maine Apne Career Main Bhuut Se Lekhako Se mila or maine unko jaana ki vo kaise kahaniyo main apne aap ko dhaal lete hai tab kahaniyaa likhte hai aise hi kuch main bhi karta hu or main kuch kahani apni biti per bhi likhta hu or jo main dekhta hu vo bhi main sochta hu ki aapke paass kahani Ke maadiyam se pahucha saku.