Baccho ki yaadgar kahani – दो बेलों की कथा

Baccho ki yaadgar kahani, पंचतंत्र की एक प्रसिद्ध कथा “दो बेलों की कथा” वहां के एक छोटे से गांव में हुई एक रोचक घटना का वर्णन करती है। इस कहानी में दो बेले, मित्रता और साथीत्व के महत्व को समझाने वाले संदेश को सुनाया गया है।

एक गांव में एक छोटा सा मिठाई का दुकान था। वहां रहने वाले बेले बहुत ही प्यारे और मिलनसार दिखते थे। वे दोनों ही खूबसूरत और सजीवता से भरे हुए थे।

बेलों की दोस्ती – hindi kahaniya for kids

Baccho ki yaadgar kahani

एक दिन, एक बेला अपने दुकान पर खड़ी थी, तभी दूसरी बेला भी वहां पहुंची। वे एक-दूसरे की तरफ देखने लगीं और फिर एक-दूसरे के साथ मिलने की कोशिश करने लगीं। उनकी आँखों में प्रेम की चमक थी। वे दोनों बेले एक-दूसरे के साथ खेलने और मिलने लगे।

दोनों बेले खुश थे क्योंकि उन्हें अब अकेले नहीं रहना पड़ रहा था। उनकी दोस्ती दिन ब दिन मजबूत होती जा रही थी। वे एक-दूसरे के साथ समय बिताने लगे और साथ में खाने पीने लगे।

खेल और मस्ती – kahani for child in hindi

बेलों की दोस्ती देखकर गांव के लोग भी खुश हो गए। वे उनके देखने के लिए दुकान के पास आने लगे और बेलों के साथ खेलने लगे। दोनों बेले भी खुश थे और उन्हें खेलने का मजा आने लगा।

एक दिन, जब बेले खेल रहे थे, तभी एक छोटा सा मुद्दा हो गया। एक बेला दूसरी से कह रही थी कि वह उसकी मिट्टी के गेंद को वापस करे क्योंकि वह उसे खोजने के लिए आई थी।

मिट्टी के गेंद की वजह से दोनों बेले में झगड़ा हो गया। वे एक-दूसरे से गुस्से में थे और विवाद में आ गए। वे एक-दूसरे की गलतियों की वजह से भयंकर रूप से जगड़ रहे थे।

Baccho ki yaadgar kahani

गिलासबंद चुड़ैल की मदद – hindi kahaniyan

दोनों बेले बिना समझे अपनी दोस्ती को भूल गए और एक-दूसरे के शत्रु बन गए। वे अपनी दोस्ती के लिए कितने ही अच्छे कवि और लेखक रहे हों जब उन्हें समझ नहीं आया तो वे अपने दोस्ती को खो देते हैं।

गांव के एक अजीबोगरीब चुड़ैल ने उन्हें देखा और उनके बीच के विवाद को समझा। उसने दोनों बेलों को बुलाया और उन्हें समझाया कि उनका विवाद उन्हें कभी मिलने की खुशियों से वंचित कर रहा है। उसने उन्हें एक होने की महत्वपूर्णता को समझाया और उन्हें सहायता की परिक्षा दी।

दोनों बेले चुड़ैल की सहायता से एक हो गए और फिर से दोस्त बन गए। वे अपने विवादों को समझने और भूल जाने लगे। चुड़ैल ने उन्हें सिखाया कि वे हमेशा एक-दूसरे के साथ खेले और खुशियाँ साझा करें।

साथीत्व का महत्व – story kids story

दोनों बेले ने इस कठिन परीक्षा से गुज़रकर साथीत्व की महत्वपूर्णता को समझा। उन्हें अब समझ आया था कि एक-दूसरे के साथ रहना और सहायता करना कितना महत्वपूर्ण है।

दोनों बेले चुड़ैल के उपदेश का अनुसरण करते हुए खुश रहने लगे और उनकी दोस्ती दिनों के साथ-साथ आगे भी बनी रही। उन्होंने अपनी समझदारी के कारण न केवल दोस्ती को सफलता दिलाई बल्कि वे खुद भी खुश रहे।

इस कहानी से हमें यह संदेश मिलता है कि हमें संघर्षों को समझना और उनसे सीखना चाहिए। हमें अपने दोस्तों के साथ संबलता करने की कला सीखनी चाहिए और दोस्ती को सच्चे मित्रता के रूप में स्वीकारना चाहिए।

दोस्ती का सन्देश – story in hindi

Baccho ki yaadgar kahani

यह कहानी हमें यह भी बताती है कि दोस्ती की कीमत को समझना और उसे सच्चे मन से ख़ास रखना चाहिए। अपने दोस्तों का सम्मान करना और उन्हें समर्थन और सहायता देने में हमारा ध्यान होना चाहिए।

पंचतंत्र की इस दिलचस्प कथा “दो बेलों की कथा” ने हमें दोस्ती और साथीत्व के महत्वपूर्ण संदेशों को समझाया है। हमें यह सीख मिलती है कि सच्चे मित्र हमेशा हमारे साथ होते हैं और हमें हमारे संघर्षों में सहायता और समर्थन देते हैं।

इससे हमें समझदारी का गुण सिखने का अवसर मिलता है और हम अपनी दोस्ती को सच्चे मित्रता के रूप में स्वीकारते हैं।

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