Divorce love story hindi mein, यह कहानी एक ऐसे जोड़े की है जिन्होंने अपने अपने जीवन के उछाई-कश्मकश में एक दूसरे के साथ एक नया संबंध बनाया। आलोक और निशा, जो पहले एक दूसरे के प्रेमी थे, अब तलाक के बाद फिर से एक दूसरे से प्यार करने लगे। इस कहानी में हम देखेंगे कि कैसे यह जोड़ा अपने अलगाव के बावजूद एक दूसरे के प्यार को पुनर्जीवित करता है और उन्हें अपने जीवन की नई शुरुआत का मौका देता है।
आलोक और निशा की पहली मुलाक़ात, story in hindi for love
आलोक, एक अच्छे खाने पकाने वाले रेस्टोरेंट के मालिक थे। वह एक खुशमिजाज और जिंदादिल आदमी थे जिन्हें जीवन का हर पल खुशी से बहरा हुआ था। एक दिन, उन्होंने एक पार्टी में भाग लेने के लिए अपने रेस्टोरेंट के प्रशासकीय कार्यकारी को बुलाया।
निशा, एक प्रसिद्ध पत्रकार थी और उसकी कहानी लिखने की कला के लिए जानी जाती थी। उसने बड़े संघर्ष के बावजूद एक नई पहचान बनाई थी और आज वह अपनी खुद की कॉलम में काम कर रही थी। पार्टी में शामिल होने के लिए, उसे अपने दोस्त से कहा गया था कि उसे उस रेस्टोरेंट में जाना होगा जहां पार्टी आयोजित होने वाली है।
जब निशा रेस्टोरेंट में पहुंची, तो वह आलोक से टकरा गई। वह एक-दूसरे की आंखों में देखकर आश्चर्यचकित हो गईं। दोनों के बीच एक अजीब सी काश्मीरी जुड़वां अंगूठी आईं थी। वे दोनों ने आपस में नज़र जोड़ी और अपने हाथों में मिठाई बांटने लगे। उनकी बातचीत बहुत ही आकर्षक थी और उन्होंने एक-दूसरे के बारे में अधिक जानने की इच्छा जताई।
प्यार की कश्ती, love kahani hindi
आलोक और निशा दिनों तक मिलते रहे और एक दूसरे के साथ अधिक वक्त बिताने लगे। उनकी दो
स्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और वे दोनों एक-दूसरे से घनिष्ठता वाले संबंध में बदल गए। उनके बीच का प्यार दिन-रात बढ़ता गया और जल्द ही उन्होंने एक-दूसरे को प्यार का इज़हार कर दिया।
हालांकि, दोनों के परिवारों ने इस संबंध के खिलाफ थाली बजाई। आलोक के माता-पिता और निशा के परिवार ने उन्हें समझाया कि वे एक दूसरे के साथ अपनी जिंदगी बिता सकते हैं, लेकिन वे तलाक के बारे में नहीं सोच सकते। परिवार की दबाव में, आलोक और निशा एक दूसरे को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए।
तलाक का दर्द, love story hindi mein
तलाक के बाद, आलोक और निशा दोनों ही अपने जीवन के दुःख को सहने लगे। दोनों को एक दूसरे की कमी महसूस होती थी और वे अपने दिल की दरारों के साथ अकेलापन के महसूस कर रहे थे। वे एक-दूसरे को याद करते रहे, लेकिन उनके बीच की दूरी बढ़ती गई।
आलोक को रेस्टोरेंट चलाने की चिंता थी और वह दिन-रात काम कर रहा था, जिससे उसे निशा के लिए समय नहीं मिलता था। वह तनावमुक्त हो गया था, लेकिन उसे निशा की यादों की चाह बहुत अधिक हो रही थी।
एक दिन, आलोक ने निशा के लिए एक पत्र लिखा और उसे भेजा। उसने उसे अपने दरवाजे के नीचे छोड़ दिया और सोचा कि कहीं न कहीं वह उसे मिलेगी और उनका रिश्ता फिर से जीवित होगा।
दूसरे शादी का विचार, story love in hindi
वहीं, निशा भी बहुत ही अकेली और उदास महसूस कर रही थी। उसे आलोक की याद बहुत आ रही थी और उसे लग रहा था कि वह अपने जीवन की गलत फैसला ले चुकी है।
एक दिन, निशा ने आलोक के द्वारपाल से एक पत्र प्राप्त किया। जब उसने उसे खोला, तो उसे आलोक की वह पुरानी जुड़वां अंगूठी मिली, जो उन्होंने बांटते समय गिरा दी थी। निशा को एक आशा की किरण मिली और उसने तुरंत अपना फ़ोन उठाया।
दोनों ने अपनी तक़दीर में एक दूसरे की जगह देखी और उन्होंने दूसरे विवाह के विचार किए। परंतु इस
बार, वे अपने परिवार के दबाव से बाहर निकलने का फैसला किया और अपनी मर्जी के ख़िलाफ खड़े हो गए।
फिर से प्यार की ज्वाला, love stories in hindi for reading
आलोक और निशा ने अपने रिश्ते को फिर से बढ़ाने का फैसला किया और उन्होंने एक दूसरे के साथ एक नए संबंध की शुरुआत की। वे एक-दूसरे के साथ बहुत खुश थे और उनकी ज़िंदगी में खुशियां लौट आई।
वे अपनी गलतियों से सीख लेते और अपने प्यार को महत्व देने के लिए संकल्पित थे। उन्होंने एक दूसरे की समर्थन में खड़े होने का वादा किया और इस बार वे सभी परिवार सदस्यों की अपेक्षाओं से ऊपर उठे।
नई शुरुआत की ओर, love story written in hindi
आज, आलोक और निशा खुशी-खुशी अपनी ज़िंदगी जी रहे हैं। वे एक दूसरे के साथ समय बिताने का आनंद ले रहे हैं और सपनों को हकीकत में बदल रहे हैं। उन्होंने साथ मिलकर अपने तलाक के दर्द को पार किया और आज वे प्यार और सम्मान के साथ अपनी ज़िंदगी का आनंद ले रहे हैं।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि प्यार की शक्ति बहुत महान होती है और यह बंधन को हमेशा के लिए जीवित रख सकती है। चाहे जीवन के कितने ही मोड़ और मुश्किल आ जाएं, अगर हम प्यार को सच्ची मेहनत और समर्पण के साथ निभाते हैं, तो हम सदैव अपने प्यार को पाएंगे।
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Hello Dosto Mera Naam Shubham Hai, Main Kahani Likhata Hu Main Hindi Maine Kakhani Ke Maadiyam Se Prem or Bhavanao Ko Milata Hu, Maine Apne Career Main Bhuut Se Lekhako Se mila or maine unko jaana ki vo kaise kahaniyo main apne aap ko dhaal lete hai tab kahaniyaa likhte hai aise hi kuch main bhi karta hu or main kuch kahani apni biti per bhi likhta hu or jo main dekhta hu vo bhi main sochta hu ki aapke paass kahani Ke maadiyam se pahucha saku.